“महाकुंभ 2025: स्नान की तिथियां, स्थान और खास जानकारी”

“महाकुंभ 2025: स्नान की तिथियां, स्थान और खास जानकारी”- महाकुंभ भारत का एक महत्वपूर्ण हिंदू धार्मिक त्योहार है महाकुंभ हर 12 साल में 1 बार अयोजित किया जाता है इसमें करोडो लोग आते हैं और पवित्र नदी में स्नान करते हैं महाकुंभ में हर बार करोदो लोग अपनी आस्था के साथ आते हैं और पवित्र संगम में स्नान करते हैं|

कुंभ और महाकुंभ में क्या अंतर है?

आपको बता दे कि कुंभ मेला हर 12 साल में एक बार आता है ये चार प्रमुख जगहो पर प्रयागराज, नासिक, हरिद्वार और उज्जैन में लगता है | लेकिन महाकुंभ मेला 60 साल बाद आता है इसका मुख्य स्थल प्रयागराज ही है ये सबसे विशाल कुंभ मेला माना जाता है|

महाकुंभ की शुरुआत कैसी हुई?

कुछ पुराणों के अनुसार ऐसा मन जाता है कि महाकुंभ का आरंभ समुद्र मंथन से हुआ था| महर्षि दुर्वासा के श्राप के बाद देवता कमजोर पड़ गए थे तब राक्षसों ने देवताओं पर आक्रमण कर दिया और उन्हें परास्थ कर दिया ऐसे में सभी देवता मिलकर भगवान विष्णु के पास चले गए उनको उन्होंने सारा कुछ बताया

तब उन्हें राक्षसों के साथ मिलकर समुद्र मंथन करके अमृत निकालने को कहा और सबने अमृत को निकालने का प्रयास शुरू किया जैसा ही समुद्र मंथन में अमृत निकलना शुरू हुआ देवताओ के इशारे पर इंद्र के पुत्र अमृत को लेकर उड़ गया और राक्षसों ने उनका पीछा किया अमृत को पाने के लिए देवताओ और राक्षसों के बीच युद्ध हुआ ऐसा कहा जाता है कि युद्ध के दौरान अमृत की कुछ बूंदें धरदी पर गिरी जिसकी पहली बूंद प्रयागराज दूसरी बूंद हरिद्वार तीसरी बूंद नासिक और चौथी बूंद उज्जैन में गिरी, देवता और राक्षसों के बीच 12 दिन का युद्ध चला जो धरती के 12 साल के बराबर है इसलिए पूर्ण कुंभ हर 12 साल में लगता है|

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अगला शाही स्नान कब है?

  • 13 जनवरी 2025 – पौष पूर्णिमा
  • 14 जनवरी 2025 – मकर संक्रांति
  • 29 जनवरी 2025 – मौनी अमावस्या
  • 2 फरवरी 2025 – बसंत पंचमी
  • 12 फरवरी 2025 – माघ पूर्णिमा
  • 26 फरवरी 2025 – महाशिवरात्रि

Frequently Asked Questions(FaQs)

कुंभ मेला कब तक रहेगा?

कुंभ मेला 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक है|

महाकुंभ कितने वर्ष के अंतराल में होता है?

महाकुंभ मेला 60 साल बाद आता है इसका मुख्य स्थल प्रयागराज ही है ये सबसे विशाल कुंभ मेला मन जाता है|

कुंभ मेला में कितने शाही स्नान होते हैं?

प्रयागराज के कुंभ मेले छह शाही स्नान होंगे पहला स्नान 13 जनवरी को था और एकरी स्नान 26 फरवरी को होगा|

कुंभ स्नान का महत्व क्या है?

कुंभ में शाही स्नान करने से इस जन्म और पिछले जन्म के पापो से छुटकारा मिल जाता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है|

भारत में सबसे धार्मिक स्थान कौन सा है?

भारत में वाराणसी जिसे हम काशी के नाम से जानते हैं सभी धार्मिक तीर्थो में से एक है|

नासिक में कुंभ मेला कब लगेगा?

नासिक में कुंभ मेला 2027 में गोदावरी नदी के तट पर लगेगा|

महाकुंभ का मेला भारत में कितने स्थानों पर लगता है?

भारत में महाकुंभ का मेला मुख्य चार जगहो पर लगता है प्रयागराज, नासिक ,उज्जैन और हरिद्वार|

आखिरी महाकुंभ कब था?

आखिरी महाकुंभ 2013 मुझे प्रयागराज में लगा था|

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